[1]
देवी स. ., “गुरदयाल सिंह और फणीश्वरनाथ रेणु के उपन्यासों में लोककथाएं एवं लोक रीति-रिवाज”, पूर्वोत्तर प्रभा, vol. 1, no. 2 (Jul-Dec), p. p.104.108, May 2022.