अमेरिकी हिंदी साहित्य और अमेरिका में हिंदी शिक्षण
संभावनाएं और चुनौतियाँ
Abstract
शोध-सारांश:
भारत से इतर देशों का हिन्दी साहित्य बृत्तहर हिन्दी साहित्य का एक महत्वपूर्ण अंश होते हुये भी अपनी विशिष्ट भाषा, शैली और स्वरूप की वजह से उससे अलग नजर आता है। कहा जा सकता है कि प्रवासी भारतीयों का लेखन हिंदी साहित्य में एक अलग आयाम जोड़ता है। विदेशों में रह रहे भारतीयों के जीवन के तमाम पहलुओं को रेखांकित करने वाला यह साहित्य वह वातायन है जिससे भारत में रहने वाला पाठक वहाँ रह रहे भारतीयों के जीवन संघर्ष से परिचित होता है। वह मात्र व्यावसायिक दृष्टिकोण से परोसा जा रहा खबरों का पुलिंदा नहीं वरन साहित्य है जो सूचना तकनीक के प्रसार से सिमटती जा रही इस दुनिया में अब भी जीवन जीने की कला सिखलाने की सामर्थ्य रखता है। विदेशों से आ रहा हिन्दी साहित्य विदेशों में रह रहे भारतीयों की अस्मिता की पह्चान भी है। वह चाहे अमेरिका का हिन्दी साहित्य हो या किसी अन्य देश का- अपनी विशिष्ट पहचान लिये भारतेतर देशों का यह हिन्दी साहित्य अब विस्तृत शोध का विषय बन चुका है। (१-२)
Downloads
Downloads
Published
How to Cite
Issue
Section
License
Copyright (c) 2022 पूर्वोत्तार प्रभा
![Creative Commons License](http://i.creativecommons.org/l/by-sa/4.0/88x31.png)
This work is licensed under a Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International License.