बदरी विशाल पित्ती की ‘कल्पना’
Keywords:
कल्पना, भारतीय संस्कृति के पुजारी, शरद पित्ती, हिंदी साहित्य, हैदराबादAbstract
भाषा एवं साहित्य के विकास में ‘कल्पना’ हिंदी पत्रकारिता के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ साहित्यिक पत्रिका रही है जिसने अपने कलेवर और प्रकाशन के क्षेत्र में हिंदी साहित्य में अभूतपूर्व योगदान दिया। महान उदारवादी छवि वाले बदरी विशाल पित्ती जी ने इसे तीन दशकों तक प्रकाशित कर समूचे साहित्य जगत में अमिट छाप छोड़ने का साहस किया। दक्षिण भारत के हैदराबाद से प्रकाशित इस पत्रिका का साहित्यिक अवदान बहुत अधिक रहा है जो इस पत्रिका में एक बार छप जाता था । वह लेखक के रूप में देश उसे जानने लगता था। इस पत्रिका के संपादकों ने विशुद्ध रूप से नवीनतम सामग्री पाठकों के सामने प्रस्तुत किया जो सदा प्रासंगिक बनी रही। हिंदी साहित्य में ‘कल्पना’ का अवदान आने वाले पचास वर्षों के बाद भी पाठकों और लेखकों के मानस पटल पर चित्रांकित रहेगा।
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