बौद्ध ‘धम्मपदट्ठकथा’ में अभिव्यक्त प्राचीन भारतीय समाज-पारिवारिक संरचना का स्वरूप

Authors

  • कृष्ण कुमार साह

Keywords:

त्रिपिटक, धम्मपद, अट्ठकथा, धम्मपट्ठकथा, समाज, व्यक्ति, परिवार, संयुक्त परिवार, एकल परिवार, पारिवारिक संरचना, प्रव्रज्या, श्रमण

Abstract

शोध सार : प्रस्तुत आलेख में प्रसिद्ध बौद्ध ग्रंथ ‘धम्मपदट्ठकथा’ में अभिव्यक्त प्राचीन भारतीय सामाजिक संरचना के स्वरूप का अध्ययन किया गया है। शोध आलेख में सर्वप्रथम ‘ग्रंथ परिचय’ दिया गया है जिसके अंतर्गत त्रिपिटक में धम्मपदट्ठकथा के संकलन, स्थान तथा रचनाकार एवं रचना काल का सामान्य परिचय प्रस्तुत किया गया है। मूल आलेख का प्रारंभ प्राचीन भारतीय सामाजिक संरचना एवं उसकी परंपरा से किया गया है तत्पश्चात धम्मपदट्ठकथा में अभिव्यक्त पारिवारिक संरचना पर चर्चा की गई है। पारिवारिक संरचना में पहले ‘धम्मपदट्ठकथा’ में अभिव्यक्त परिवार में व्यक्ति के स्थान पर विचार किया गया है, तदुपरांत तत्कालीन संयुक्त परिवार एवं एकल परिवार के स्वरूप को उद्धरण के माध्यम से उजागर किया है। आलेख के अंत में शोध निष्कर्ष द्वारा पारिवारिक संरचना के कारणों एवं उसकी संभावनाओं को स्पष्ट किया गया है।

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Author Biography

कृष्ण कुमार साह

पीएच.डी. शोधार्थी, पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय, शिलांग

Published

2023-05-08

How to Cite

कृष्ण कुमार साह. (2023). बौद्ध ‘धम्मपदट्ठकथा’ में अभिव्यक्त प्राचीन भारतीय समाज-पारिवारिक संरचना का स्वरूप. पूर्वोत्तर प्रभा, 2(2 (Jul-Dec), p. 30–41. Retrieved from http://supp.cus.ac.in/index.php/Poorvottar-Prabha/article/view/135