राजेश जोशी की कविताओं में अभिव्यक्त समाज
Keywords:
सामाजिक विसंगति, भूमंडलीकरण, पारिवारिक विघटन, अमानवीय प्रवृत्ति, वंचित वर्गAbstract
शोध-सार : समकालीन हिंदी कविता में राजेश जोशी एक चर्चित नाम है। उनके द्वारा लिखी गई कविताएँ वर्तमान समाज में व्याप्त विविध परिस्थितियों को यथार्थ रूप में प्रस्तुत करता है। राजेश जोशी अपनी कविताओं के माध्यम से समाज में व्याप्त असंगति, अंतर्विरोध, वर्ग भेद, जातीय शोषण, नैतिक मूल्यों का ह्रास जैसी विसंगत परिस्थितियों का चित्रण करते हैं। समकालीन सामाजिक समस्याओं का चित्रण उनकी कविताओं में यथेष्ट है।
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Published
2023-05-08
How to Cite
भानुभक्त बस्नेत. (2023). राजेश जोशी की कविताओं में अभिव्यक्त समाज . पूर्वोत्तर प्रभा, 2(2 (Jul-Dec), p. 7–12. Retrieved from http://supp.cus.ac.in/index.php/Poorvottar-Prabha/article/view/132
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शोध लेख
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Copyright (c) 2023 पूर्वोत्तर प्रभा
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